किताबें, कहानियां, कविताओं के काफी करीब है, या तो बोलती नहीं है और जब बोलती है तो चुप नहीं होती। लिखना शौक है और पेशा भी। अपने डर को शब्द दो, उसे समझो और स्वीकार करो। खुद से ये सवाल करें: वो आदमी इन तरीको से पैसा कमाकर भले ही https://trishakti-sadhna05940.eedblog.com/38714452/about-fear-aur-dar-ko-kaise-jeetein-tantrik-upay-divya-sadhana